भारतीय टीम WTC Final में जिस तरह से हारी उसको लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। सवाल एक बार फिर Virat Kohli की कप्तानी पर खड़े होने लगे हैं।
26 जून को रिजर्व डे के दिन भारत और न्यूजीलैंड के बीच WTC Final का मुकाबला खेला गया जिसमें न्यूजीलैंड की टीम ने भारत को बुरी तरह से हराया और खिताब पर अपना कब्जा भी जमाया। 144 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में न्यूजीलैंड ने केन विलियमसन की कप्तानी में इस ट्रॉफी को जीतकर इतिहास रच दिया है।
भारतीय टीम WTC Final में जिस तरह से हारी उसको लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। सवाल एक बार फिर Virat Kohli की कप्तानी पर खड़े होने लगे हैं। सवाल बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग पर भी खड़े होने लगे है कि आखिर क्यों Virat Kohli की कप्तानी वाली टीम आईसीसी के नॉक आउट मैचों में अपने हथियार डाल देती हैं। आखिर क्यों बड़े बड़े बल्लेबाज और गेंदबाज रन बनाना और विकेट हासिल करना भूल जाते हैं लेकिन उससे भी बड़ा सवाल अब Virat Kohli के बयान पर खड़ा होने लगा है।
World Test Championship: India vs New Zealand
WTC Final के आखिरी मोर्चे लड़ भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के सामने अपने हथियार डाल दिए। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि पिछले दो सालों में भारतीय टीम ने जबरदस्त टेस्ट क्रिकेट खेली है लेकिन पिछले दो सालों की मेहनत और WTC Final की हार को फैंस अगले कुछ सालों तक नहीं भूल पाएंगे लेकिन यहां पर भारतीय कप्तान Virat Kohli को फर्क तक नहीं पड़ रहा है। मैच खत्म होने के बाद Virat Kohli की तरफ से बड़ा ही अजीबो गरीब बयान सुनने को मिला।
मैच खत्म होने के बाद कप्तान Virat Kohli ने कहा कि वो मैच के नतीजों को लेकर बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं क्योंकि एक मैच से सर्वश्रेष्ठ टीम एक फैसला नहीं होता है। सर्वश्रेष्ठ टीम का फैसला करने के लिए बेस्ट ऑफ थ्री यानी 3 टेस्ट की सीरीज होनी WTC Final में आयोजित होनी चाहिए थी। इसमें जो टीम जीतती, वही विजेता कहलाती।
WTC Final 2021: हार के बाद Virat Kohli की सफाई
Virat Kohli ने कहा, “मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि एक मैच से दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का फैसला किया जाए। बेस्ट टीम कौन सी है, इसका फैसला 2 दिन में बने दबाव वाले मैच से नहीं किया जाना चाहिए। ये टेस्ट सीरीज है और तीन मैच के जरिए ही असल टेस्ट चैंपियन को चुनना चाहिए।”
नतीजे को लेकर परेशान नहीं हैं Virat Kohli
Virat Kohli ने आगे कहा, “मेरे हिसाब से इसके कर्ता धर्ताओ को इसपर भविष्य में गौर करना चाहिए। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि अगर 3 मैचों की सीरीज होगी तो दोनों टीमों को गलतियां सुधारने का मौका मिलेगा। हालात हमेशा बदलते हैं, कभी एक टीम का पलड़ा भारी होता है हो कभी दूसरी टीम का और इसके बाद ही बेस्ट टीम का फैसला होता है।”
WTC Final में 3 मैचों की सीरीज चाहते हैं Virat Kohli
Virat Kohli का मानना है कि अगर WTC Final में बेस्ट ऑफ थ्री सीरीज होती तो इसका रोमांच अलग होता। Virat Kohli ने कहा,”आप सभी ने यह देखा कि मैच बेहद ही रोमांचक हुआ। इसलिए हर कोई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में दो और मैच देखना चाहेगा क्योंकि इससे असली चैंपियन निकलकर सामने आएगा।”
कोच रवि शास्त्री की सुर में सुर मिला रहे हैं Virat Kohli
गौरतलब है कि Virat Kohli ने जिस बेस्ट ऑफ थ्री’ की बात कही है, वो कोई नई बात नहीं है। आपको याद होगा, भारतीय टीम के इंग्लैंड जाने से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में रवि शास्त्री ने इस राग को अलापा था। ऐसे में हम कह सकते हैं कि अब चेला अपने गुरु के सुर में सुर मिला रहा है। यहां पर एक कहावत भी सटीक बैठती है, ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’।
WTC Final को सिर्फ एक टेस्ट मैच के तौर पर देख रहे थे कप्तान Virat Kohli
इंग्लैंड रवाना होने से पहले आयोजित हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में Virat Kohli ने कहा था कि वो WTC Final को सिर्फ एक टेस्ट मैच के तौर पर देख रहे हैं और उन्हें इसके नतीजे से ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि पिछले दो सालों में भारतीय टीम ने बेहतरीन टेस्ट क्रिकेट खेली है।
हालांकि, यहां गौर करें तो Virat Kohli ने अपना वादा पूरा किया। मैच हारने के बाद जिस प्रकार से उन्होंने जो बयान दिया, उससे ये साफ प्रतित होता है कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा है।