Work Motivation in Hindi: कृतज्ञता सर्वोत्कृष्ट विशेषता

Work Motivation in Hindi: कृतज्ञता सर्वोत्कृष्ट विशेषता

कृतज्ञता सर्वोत्कृष्ट विशेषता (Motivation)

ईश्वर ने हमें इस संसार में पैदा किया है,कोरी (खाली पृष्ठ )डायरी/ कॉपी के साथ, जिसमें दो ही पृष्ठ भरे हुए हैं, पहला और आखिरी। पहला जन्म का…आखिरी मृत्यु का….,जो कि ईश्वर ने तभी निश्चित कर दिया है, जब उसने हमें जन्म दिया।

बीच के सभी पन्ने / पृष्ठ खाली हैं,जो कि हमें अपने कार्यों द्वारा भरने हैं। क्यों न…हम सभी पृष्ठ अपने अच्छे कार्यों द्वारा भरे।

कृतज्ञता का अर्थ होता है, अपने प्रति किये गये, किसी दूसरे के नेक कार्यों या उपकारो को सदैव याद रख कर उसका धन्यवाद करना, और उसका ऋणी रहना। दूसरे शब्दो में किसी दूसरे के नेक कार्यों के प्रति एहसानमंद,शुक्रग़ुजार होना।

कृतज्ञता एक महान गुण है। कृतज्ञता मानवता की सर्वोत्कृष्ट विशेषता है। यह हमें आभास कराती  है किसी व्यक्ति के सहयोग और सहायता की।

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Work Motivation in Hindi

ईश्वर के प्रति कृतज्ञता

जिस ईश्वर ने हमें जन्म दिया है उस के प्रति कृतज्ञ बनकर, प्रतिदिन, प्रति क्षण उसका धन्यवाद करना,कि उसने हमें इतना सुंदर जीवन दिया।

धन्यवाद करें उस ईश्वर का जिसने हमें जन्म दिया है, खाने के लिए भोजन दिया , रहने के लिए घर दिया ,पहनने के लिए वस्त्र दिए ।

धन्यवाद करें उन सभी जीव -जंतुओं का जिसने हमारी सृष्टि में योगदान दिया ।जीव-जंतु मानव जाति के लिए सदैव से ही उपकारी रहे है। और वो हमेशा ही मनुष्य को किसी न किसी प्रकार से सुख सुविधा प्रदान करते रहे है।

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जैसे घोड़े, खच्चर, ऊठ, भेड़, बैल, गाय, मधुमक्खी, मछली, मेमने, कुत्ते, बिल्ली, खरगोश, इस प्रकार के पालतू पशुओ को हम पालकर जीवन यापन करते है। मुर्गी के अंडे और उसका मांस बड़े चाव से माँसाहारी लोग खाते है,और इसका व्यापार भी किया जाता है जिससे कई घर चलते है।

धन्यवाद करें उन सभी पेड़ पौधों का जो कि पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। पेड़ -पौधे हमें न सिर्फ ऑक्सीजन देते हैं। बल्कि तमाम प्रकार के फल-फूल, जड़ी बूटियां और लकड़ियां आदि भी देते हैं। घर के आसपास पौधे रोपण करने से गर्मी, भूक्षरण, धूल आदि की समस्या से भी बचाते हैं।ईश्वर ने हमें इतना कुछ दिया है तो हमें सदैव हर पल प्रत्येक वस्तु के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए।

अपने बच्चों के अंदर भी हमें कृतज्ञता का भाव पैदा करना चाहिए।जिस भी वस्तु का हम उपभोग कर रहे हैं,उसका धन्यवाद करें कि ईश्वर ने हमें यह वस्तु प्रदान की है। उस प्रभु का कोटि-कोटि धन्यवाद जिसने हमें इतना सुंदर जीवन जीने को दिया है।

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