जय गंगे तारिणी जगतजननी पापहरनी….. मनोरथ पूरी करिहे हमार….. शिव के जटा से झहरत गंगा की धार की अनुगूंज ने समां बांधा
अवसर था आईडीपीटीएस नई दिल्ली द्वारा आयोजित फेस्टिवल ऑफ रिवर्स गंगोत्सव का। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय श्री सुरेश चौहानके जी , विशिष्ठ अतिथि योगेन्द्र भदौरिया जी, तोमर जी, रागिनी जी ने सामूहिक आरती की। इस अवसर पर श्री सुरेश चौहानके जी ने कहा कि नदियों का दोहन नहीं किया जाता उनका पूजन किया जाता है। गंगा के संरक्षण के लिये भागीरथी प्रयास की आवश्यकता है। विज्ञान ने भी गंगा के जल को विषाणु खत्म करने में सक्षम माना है। गंगा मां जरूर स्वच्छ होगी और जीवन के मान को बदलेगी।
Gang-Utsav 23 Day 7 Collectorate Ghat, Patna, Bihar
पटना के कलक्ट्रीएट घाट पर आयोजित इस महोत्सव में प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका विदुषी बिमला देवी ने राग अड़ाना में तीन ताल की बंदिश ‘जय गंगे तारिणी जगतजननी’ पारंपरिक भजन मनोरथ पूरी करिहे हमार व शिव के जटा से झहरत गंगा की धार प्रस्तुत कर समां बांधा। वहीं कथक नृत्यांगनाएँ शालिनी महाराज, खुशी कुमारी गुप्ता व हर्षिता विक्रम ने कथक की शुरुआत हर हर महादेव आदि देव आनादि देव से करते हुये तीनताल व पंचमसवारी में पारंपरिक कथक प्रस्तुत करते हुये कथानक द्रौपदी चीर हरण प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर पंडित शिवनंदन प्रसाद व हारमोनियम पर अजीत कुमार पाण्डेय से संगत कर रंग भरा।
इस अवसर पर गंगा अवतरण नृत्य नाटिका की प्रस्तुति ने गंगा के धरती पर अवतरित होने का दृश्य कथक शैली में प्रस्तुत वाहवाही लूटी। गंगा की भूमिका में शालिनी महाराज, शिव की भूमिका में अमित कुमार, विष्णु की भूमिका में रविशंकर, कालिमा की भूमिका में राजा कुमार ने भाव भंगिमाओं से दर्शकों ko खासा प्रभावित किया। वही 501 महिलाओं द्वारा मां गंगा की सांगीतिक आरती आकर्षण का केंद्र रहा जिसका संयोजन व निर्देशन गुरु बक्शी विकास ने किया। इस आरती में नव देवियों द्वारा हस्तक एवं कथक की विभिन्न मुद्राओं के माध्यम से गंगा का आह्वाहन अद्भुत था। इस कार्यक्रम में श्री संजय वर्मा में कई फिल्मी अभिनेताओं की मेमेक्री कर दर्शकों की तालियां बटोरी। मंच संचालन संजय वर्मा व धन्यवाद ज्ञापन मुख्य संयोजक कैप्टन प्रवीण कुमार ने किया।