रविवार को विंबलडन में लड़कों का खिताब भारतीय मूल के अमेरिकी खिलाड़ी Samir Banerjee ने हासिल कर अपने नाम कर लिया jeetke Wimbledon 2021 ka boys singles title
फाइनल में Samir Banerjee ने अमेरिका के विक्टर लिलोव को 7-5, 6-3 से हरा दिया। इस जीत के साथ Samir Banerjee रोजर फेडरर, स्टीफन एडबर्ग, गेल मोंफिल्स जैसे दिग्गजों के एलीट ग्रुप में शामिल हो गए क्योंकि फेडरर, एडबर्ग, मोंफिल्स ने भी विंबलडन में अपने करियर की शुरूआत जीत के साथ की थी।
जूनियर फ्रेंच ओपन में बाहर हो गए थे Samir Banerjee Wimbledon 2021 Se Pehle
जूनियर फ्रेंच ओपन में 17 साल के Samir Banerjee पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए थे लेकिन विंबलडन में उनका प्रदर्शन काबिल ए तरफ रहा। पहला सेट जीतने के लिए एक तरफ जहां उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा तो वहीं दूसरे सेट में उन्होंने आसानी से जीत हासिल की। उन्होंने 6-3 से जीत हासिल कर खिताब पर अपना कब्जा जमा लिया। साल 1980 के दशक में Samir Banerjee के माता-पिता अमेरिका चले गए थे।
जूनियर एकल खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे युकी भांबरी
गौरतलब है कि युकी भांबरी आखिरी भारतीय थे जिन्होंने साल 2009 में जूनियर एकल खिताब जीता था। जूनियर ग्रैंडस्लैम जीतने वाले युकी भांबरी आखिरी भारतीय थे। इसके साथ ही साल 2015 में हरियाणा के रहने वाले सुमित नागल ने के ली होआंग नाम के साथ विंबलडन बॉयज डबल्स को अपने नाम किया था।
रामनाथन कृष्णन ने जीता था पहला विंबलडन चैंपियनशिप
साल 1954 में जूनियर विंबलडन चैंपियनशिप जीतने वाले रामनाथन कृष्णन पहले भारतीय थे। वहीं, उनके बेटे रमेश कृष्णन ने साल 1970 में जूनियर विंबलडन और जूनियर फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया था। इसके साथ ही साल 1990 में दिग्गज लिएंडर पेस ने जूनियर विंबलडन और जूनियर यूएस ओपन का खिताब पर कब्जा जमाया था।
80 के दशक से अमेरिका में रह रहे हैं
Samir Banerjee ने जूनियर सर्किट में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है और पिछले साल उन्होंने आईटीएफ टूर्नामेंटों में भी बढ़िया प्रदर्शन किया था। Samir Banerjee अब तक 16 टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुके हैं और 10 बार फाइनल खेल चुके हैं। 1980 के दशक में Samir Banerjee के माता पिता अमेरिका चले गए थे और फिर वहीं हमेशा के लिए बस गए।