दरअसल, BJP आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने एनसीपी सुप्रीमो Sharad Pawar और अन्य राज्य मंत्रियों से संबंधित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स) के ट्रैक पर खड़ी Car के बेड़े की तस्वीरें शेयर की है
राजनीति की दुनिया में अक्सर हमने देखा है कि हर पार्टी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने की फिराक में रहती हैं। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र से सामने आया है जहां BJP ने महाराष्ट्र की सत्ताधारी सहयोगी पार्टी एनसीपी पर करारा वार किया है।
तस्वीर शेयर करके मालवीय ने यह आरोप लगाया गया है कि स्पोर्ट्स ट्रैक पर Sharad Pawar और MVA नेताओं की कारों को पार्क कर खिलाड़ियों का अपमान किया गया है।
क्या कहा गया BJP की तरफ से
BJP की तरफ से ये कहा गया है कि यह पूरी तरह से गलत है कि जहां एथलीट दौड़ते हैं, उसी स्पोर्ट्स ट्रैक पर कार को पार्क किया गया है। कार को पार्किंग वाली जगह पर पार्क करना चाहिए था लेकिन यहां तो VVIP कल्चर हावी है।
किरेन रिजिजू का बयान भी आया सामने Sharad Pawar Ki Car Ko Leke
मामला जब तूल पकड़ने लगा तो इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू भी सामने आए। किरेन रिजिजू ने कहा, “हमारे देश में खेल और खेल नैतिकता के लिए इस तरह के अनादर को देखकर मैं व्यक्तिगत रूप से काफी दुखी हूं।”
महाराष्ट्र खेल विभाग ने मांगी माफी
वहीं, महाराष्ट्र खेल विभाग की तरफ से माफी मांगते हुए कहा गया, “पुणे के शिवछत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 26 जून को एक खेल आयोजन के लिए केवल 1 वाहन को एथलेटिक ट्रैक के पास कंक्रीट रोड का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कुछ वाहन अचानक वहां पहुंच गए, जिसके लिए हम क्षमा चाहते हैं।”
Sharad Pawar के पैर में थी समस्या
गौरतलब है कि शिवछत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की तरफ से बताया गया कि कारों को पक्की पटरियों पर पार्क करने की अनुमति दी गई थी क्योंकि Sharad Pawar के पैर में समस्या थी और उन्हें कोई तकलीफ ना हो, इसीलिए ऐसा किया गया।
Tokyo Olympics 2020
आपको बता दें, जुलाई के महीने से जापान में Tokyo Olympic की शुरुआत होने वाली है।
Tokyo Olympic को लेकर कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ियों ने इसके लिए सालों तक मेहनत की है। देशवासियों को उनपर दबाव डालने के बजाय उनका समर्थन करना चाहिए।