PV Sindhu, इस नाम को आज के समय में शायद ही कोई ना जानता हो। PV Sindhu किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं, aur sab puch rahe hai un ke bare mein aur batao
हर कोई जनता है कि टोक्यो ओलंपिक में PV Sindhu ने क्या कारनामा किया है। अगर आप नहीं जानते हैं तो हम आपको याद दिला देते हैं कि टोक्यो ओलंपिक में PV Sindhu ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा है और देश का नाम पूरी दुनिया में रौशन किया है। यह वही PV Sindhu हैं जिनके बारे में अभी हाल में लोग जाति ढूंढने का काम कर रहे थे।
PV Sindhu Ke Bare Mein Batao Aur Un Ki Jankari
वहीं, साल 2016 के रियो ओलंपिक में भी PV Sindhu ने रजत पदक जीतने का कारनामा किया था। PV Sindhu एकमात्र भारतीय महिला एथलीट हैं जिन्होंने ओलंपिक के खेल में लगातार दो बार पदक जीतने का कारनामा अपने नाम किया है लेकिन क्या आप जानते हैं, PV Sindhu ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कितने पापड़ बेले हैं,मतलब कितनी बाधाओं का समाना किया है। अगर नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि PV Sindhu ने फर्श से अर्श तक का सफ़र कई तय किया।
पीवी सिंधु का जीवन, Full Form Aur Biography
PV Sindhu जिनका पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु जो भारत की बैडमिंटन स्टार खिलाड़ी हैं। PV Sindhu इकलौती ऐसी भारतीय महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में लगातार दो बार पदक जीता है और बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा अपने नाम किया है।
इस स्टार खिलाड़ी का जन्म 5 जुलाई, 1995 को हैदराबाद, आंध्र प्रदेश में हुआ था। PV Sindhu के पिता पीवी रमना राष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबॉल खिलाड़ी थे। उन्होंने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में कांस्य पदक हासिल किया था। वहीं, PV Sindhu की माता भी वॉलीबॉल की खिलाड़ी रह चुकी हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि खेल शुरू से ही उनके रगो में बह रहा है।
इन पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है PV Sindhu को
1. PV Sindhu को सितंबर 2013 में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था।
2. साल 2014 में PV Sindhu को फिक्की द्वारा ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया था।
3. वहीं, साल 2014 में ही NDTV न्यूज़ चैनल ने PV Sindhu को NDTV इंडियन ऑफ़ द ईयर के खिताब से नवाजा था।
4. साल 2015 में PV Sindhu को ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपनी जीत के लिए बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने US$14,000 दिए थे।
5. वहीं, साल 2015 में ही PV Sindhu को पद्म श्री से सम्मानित किया गया था जो भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
6. इसके बाद अगस्त 2016 में PV Sindhu को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया था जिसे अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड कहा जाता है।
7. वहीं, साल 2016 में ही PV Sindhu को मलेशिया मास्टर्स में जीत दर्ज करने के लिए बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया से 7,000 अमेरिकी डॉलर मिले थे।
8. PV Sindhu को साल 2019 में TV9 ने नव नक्षत्र सनमनम से नवाजा था।
9. PV Sindhu को जनवरी 2020 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
कब अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए ठोकी दावेदारी ?
PV Sindhu ने अखिल भारतीय रैंकिंग चैम्पियनशिप और सब-जूनियर नेशनल जैसे जूनियर बैडमिंटन का खिताब अपने नाम करके अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी। उन्होंने साल 2009 में सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया और इसके ठीक एक साल के बाद यानी 2010 में ईरान में अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन चैलेंज में एकल रजत जीता था।
PV Sindhu का Badminton Career
बात करें PV Sindhu के करियर के बारे में तो हर साल उनके खेल के ग्राफ में इजाफा ही हुआ है। पहले उन्होंने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया और इसके ठीक एक साल के बाद 2012 में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद साल 2013 से 2018 के बीच उन्होंने दो कांस्य और दो रजत पदक हासिल किया।
फिर साल 2014 में CWG में उन्होंने महिला एकल में कांस्य पदक हासिल किया था। चार साल के बाद 2018 में PV Sindhu ने CWG के एकल और मिश्रित टीम बैडमिंटन स्पर्धा में एक रजत और एक स्वर्ण पदक हासिल किया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर के अलावा PV Sindhu घरेलू प्रीमियर बैडमिंटन लीग का हिस्सा हैं और हैदराबाद हंटर्स की कप्तान भी हैं।
खेल के मैदान के अलावा यह है PV Sindhu की निजी जिंदगी
PV Sindhu साल 2013 से भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के साथ हैदराबाद कार्यालय में सहायक खेल प्रबंधक के रूप में काम कर चुकी हैं। इसके बाद साल 2016 में रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद BPCL ने उन्हें उप खेल प्रबंधक का पोस्ट दिया। इसके साथ ही PV Sindhu को ब्रिजस्टोन इंडिया ने पहला ब्रांड एंबेसडर भी बनाया और साल 2018 में वो राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में भारत की ध्वजवाहक भी थीं।