प्रधानमंत्री मोदी कल करेंगे औंटा–सिमरिया राजमार्ग परियोजना का उद्घाटन, गंगा पर 6-लेन पुल भी होगा शुरू

प्रधानमंत्री मोदी कल करेंगे औंटा–सिमरिया राजमार्ग परियोजना का उद्घाटन, गंगा पर 6-लेन पुल भी होगा शुरू

नई कड़ी से 100 किमी से अधिक की दूरी घटेगी, व्यापार व संपर्क को मिलेगा नया आयाम

नई दिल्ली, 21 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर 8.15 किलोमीटर लंबे औंटा–सिमरिया राजमार्ग परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इसमें गंगा नदी पर 1.86 किलोमीटर लंबा छह-लेन पुल शामिल है, जिसे 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। यह परियोजना पटना ज़िले के मोकामा को बेगूसराय से सीधे जोड़ेगी।

यह पुल भारत का सबसे चौड़ा  एक्सट्राडोज्ड केबल-स्टेड (extradosed cable-stayed) संरचना है, जिसकी चौड़ाई 34 मीटर है। इसमें 57 से 115 मीटर लंबे खंड और 70 मीटर लंबे कैंटिलीवर आर्म हैं, जो इसे राजमार्ग इंजीनियरिंग का एक ऐतिहासिक स्मारक बनाते हैं। पुराना दो-लेन राजेंद्र सेतु, जो मरम्मताधीन है और भारी वाहनों के लिए बंद है, के समानांतर बना यह नया पुल लंबे समय से चली आ रही यातायात की समस्याओं को दूर करेगा। अब भारी वाहनों को 100 किमी से अधिक का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, जिससे उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया और अररिया) और दक्षिण बिहार (पटना, शेखपुरा, नवादा और लखीसराय) के बीच यात्रा का समय घटेगा।

नई सड़क लिंक से सिमरिया धाम, जो एक प्रमुख तीर्थस्थल और प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्मस्थान है, तक पहुंच भी आसान होगी।

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बिहार के सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इसे बिहार के विकास यात्रा का नया अध्याय बताते हुए कहा, “2017 में शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक, माननीय प्रधानमंत्री ने बिहार की कनेक्टिविटी और विकास को सुदृढ़ करने के अपने अटूट संकल्प और दूरदर्शिता को दोहराया है।

उन्होंने आगे कहा, यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच की दूरी को काफी कम करेगा और प्रगति की पहचान बनेगा। यह इस बात का प्रतीक है कि बिहार लालटेन युग से कितना आगे निकल आया है, जब गड्ढ़ों से भरी सड़कें ही सामान्य थीं। प्रधानमंत्री बिहार को अगले विकास इंजन के रूप में देखते हैं और उस भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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परियोजना से विशेष रूप से उत्तर बिहार में आर्थिक वृद्धि की संभावना है, जो कच्चे माल के लिए दक्षिण बिहार और झारखंड पर निर्भर है। यह किसानों, खासकर मखाना उत्पादकों, के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों तक तेज़ पहुंच प्रदान कर नए अवसर खोलेगी। बड़ौनी जैसे औद्योगिक केंद्र भी बेहतर माल ढुलाई से लाभान्वित होंगे।

एक्सट्राडोज्ड केबल-स्टेड और सिलिका फ्यूम तकनीक से निर्मित यह पुल लंबी अवधि तक भारी यातायात झेलने में सक्षम होगा। निर्माण के दौरान रेलवे अंडर ब्रिज (RUB) के लिए पुश-बॉक्स तकनीक  का उपयोग किया गया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही बाधित नहीं हुई।

अपने बिहार दौरे के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के बख्तियारपुर से मोकामा तक चार-लेन खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत लगभग 1,900 करोड़ रुपये है। इससे जाम कम होगा, यात्रा का समय घटेगा और यात्री व मालवाहन परिवहन सुगम होगा। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग-120 के बिक्रमगंज–दावत–नवांगर–डुमरांव खंड (दो-लेन पक्के कंधों के साथ) के उन्नयन से ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी सुधरेगी और स्थानीय आबादी के लिए नए आर्थिक अवसर पैदा होंगे।

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