जिस महिला के सम्मान में पूरा Wimbledon 2021 स्टेडियम तालियों की शोर से गूंज उठा, वो और कोई नहीं, जानी मानी वायरोलॉजिस्ट Sarah Gilbert थीं, jaaniye kya hai wajah
इस साल का तीसरा Grand Slam Wimbledon 2021 की शुरुआत हो चुकी है। इस टूर्नामेंट के शुरू होने के बाद नोवाक जोकोविच जैसे दिग्गज खिलाड़ी कोर्ट कर नजर आए लेकिन इस टूर्नामेंट के पहले दिन को एक महिला ने अपने नाम कर लिया।
वहां के कैमरे का पूरा फोकस उस महिला के ऊपर ही रहा और फिर पूरा स्टेडियम उस महिला के सम्मान में खड़ा हो गया। पूरा स्टेडियम तालियों की शोर से गूंज उठा। अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर वो महिला कौन थी।
Sarah Gilbert के सम्मान में खड़ा हुआ पूरा Wimbledon 2021 स्टेडियम, Jaaniye Kya Hai Wajah
Sarah Gilbert ने एक वैज्ञानिक हैं जिन्होंने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोरोना की Oxford वैक्सीन तैयार की है।
Wimbledon 2021 टूर्नामेंट के आयोजकों ने किया था आमंत्रित
Grand Slam Wimbledon 2021 टूर्नामेंट के आयोजकों ने Sarah Gilbert को आमंत्रित किया था। Sarah Gilbert के साथ आयोजकों ने ब्रिटेन में नेशनल हेल्थ सर्विस के स्टाफ को भी आमंत्रित किया था।
जैसे ही 19 साल के जोकोविच ने वाइल्ड कार्ड जैक ड्रेपर को सर्विस करना चाहा तो उसी वक्त ये एलान किया गया कि रॉयल बॉक्स में वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिक और नेशनल हेल्स सर्विस से जुड़े मैच देखने के लिए उपस्थित हुए हैं और इन्हीं लोगों की वजह से आज इस टूर्नामेंट का आयोजन हो पाया है।
An opening day on Centre Court with a difference…
A special moment as we say thank you to those who have played such an important role in the response to COVID-19#Wimbledon pic.twitter.com/16dW1kQ2nr
— Wimbledon (@Wimbledon) June 28, 2021
जैसे ही यह ऐलान हुआ, उसके बाद ही पूरा स्टेडियम Sarah Gilbert के सम्मान में खड़ा हो गया और तालियां बजाने लगा। कमेंट्री करने वाले बोरिस ने कहा कि यह एक भावुक क्षण है।
मलेरिया का भी वैक्सीन बना चुकी हैं Sarah Gilbert
आपको बता दें, कोरोना वैक्सीन से पहले Sarah Gilbert मलेरिया का भी वैक्सीन बना चुकी हैं। सारा गिल्बर्ट का जन्म यूके में 1962 में हुआ था और उनके साथियों का कहना है कि वो एक पक्के इरादों वाली महिला हैं। Sarah Gilbert ने जब ऑक्सफोर्ड में जॉब करना शुरू किया, उसके बाद से उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वो जेनर इंस्टिट्यूट में प्रोफेसर बनी और इसके बाद उन्होंने खुद की एक रिसर्च टीम बनाई जिसने पूरी दुनिया के लिए फ्लू वैक्सीन का भी निर्माण किया।
साल 2014 में इबोला वैक्सीन का ट्रायल भी Sarah Gilbert के नेतृत्व में हुआ था। फिर मिडिल ईस्ट में जो Mers वायरस फैला था, इसके वैक्सीन के लिए सारा ने अरब देश की यात्रा की थी।
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