तो जान लीजिए, उस महान खिलाड़ी का नाम है, MS Dhoni जिनके फैंस ही आलोचक बन गए थे। आप ये सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है ki fans hate dhoni तो चलिए आपको समझाते हैं कि ऐसा क्यों हुआ है।
हर देश के फैंस अपने खिलाड़ियों को आदर्श मानते हैं लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि फैंस अपने ही पसंदीदा खिलाड़ी के आलोचक बन गए हों, नहीं ना, तो जान लीजिए ऐसा हुआ है और ऐसा एक भारतीय खिलाड़ी के साथ हुआ है, जिसके फैसलों की कड़ी आलोचना हुई।
जैसा कि हमने बताया की फैंस अपने ही पसंदीदा खिलाड़ी के आलोचक बन जाते हैं। हमने जिक्र किया कि भारतीय फैन्स ही भारतीय खिलाड़ी के आलोचक बन गए लेकिन हमने आपको ये नहीं बताया कि उस खिलाड़ी का नाम क्या है।
तो जान लीजिए, उस महान खिलाड़ी का नाम है, Mahendra Singh Dhoni जिनके फैंस ही आलोचक बन गए थे। आप ये सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन ऐसा हुआ है। तो चलिए आपको समझाते हैं कि ऐसा क्यों हुआ है।
5 Reasons Why Indian Fans Hate Dhoni
नंबर 1: सीनियर्स प्लेयर को टीम से बाहर का रास्ता दिखाना
भारतीय टीम की कप्तानी संभालने के बाद Dhoni ने उन खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया जिनकी कप्तानी में वो खेले थे। फिटनेस का हवाला देते हुए, Dhoni ने सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया।
2011 के विश्व कप के बाद गौतम गंभीर, जहीर खान, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाडियों को टीम में ज्यादा जगह नहीं मिली।
विश्व कप 2011 में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को मौका मिला। 2015 के विश्व कप में कोई भी सीनियर खिलाड़ी टीम का हिस्सा नहीं था।
ऐसा कहा जाता है कि इसके पीछे Dhoni का हाथ था और यही सबसे बड़ी वजह थी कि भारतीय फैंस के दिल में Dhoni के लिए नफरत भर गयी।
नंबर 2: विश्व कप जीतने के बाद टेस्ट में फिसड्डी हो गई भारतीय टीम
28 साल के लंबे इंतजार के बाद Dhoni की कप्तानी में भारत ने दूसरी बार विश्व कप पर अपना कब्जा जमाया। उस समय पूरे देश में खुशी की लहर थी लेकिन इस जीत के कुछ समय के बाद ही टीम इंडिया के सामने एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई।
2011 का विश्व कप जीतने के बाद Dhoni की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2 टेस्ट सीरीज गवां दिए। इसमें इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा शामिल है। भारतीय टीम को मिली लगातार हार की वजह से Dhoni को काफी नफ़रत का सामना करना पड़ा था।
नंबर 3: खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बार-बार बैक करना
Mahendra Singh Dhoni को खिलाड़ियों में विश्वास रखने के लिए जाना जाता है और शायद यही कारण है कि अगर कोई भी अच्छा खिलाड़ी, खराब प्रदर्शन भी कर रहा है तो Dhoni उसके साथ खड़े थे। इसका सीधा और सटीक उदाहरण है रोहित शर्मा।
रोहित के खराब प्रदर्शन करने के बाद भी Dhoni ने उनपर भरोसा किया और ओपनिंग तक करने के लिए भेज दिया जिसका फायदा रोहित शर्मा ने उठाया और आज वनडे क्रिकेट में रोहित के नाम तीन दोहरे शतक दर्ज हैं।
हालांकि, सभी खिलाड़ी रोहित की तरह नहीं निकले। उन्हीं में से एक थे रविंद्र जडेजा जिन्हें Dhoni बार-बार बैक कर रहे थे। 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी तक जडेजा का प्रदर्शन अच्छा रहा था लेकिन इसके बाद उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली।
Dhoni के इस फैसले की वजह से गौतम गंभीर, इरफान पठान, युवराज सिंह और हरभजन सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को टीम में जगह नहीं मिल पा रही थी और इसी के चलते भारतीय फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ी से काफी नाराज हुए थे।
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नंबर 4: धोनी का सीएसके कोटा
कप्तान किसी भी टीम का क्यों ना हो, उसके अपने पसंदीदा खिलाड़ी जरूर होते हैं। हर कप्तान चाहता है कि उसकी टीम में उसके चुने हुए खिलाड़ी हों। खराब फॉर्म होने के बावजूद भी कप्तान उस खिलाड़ी को बैक करता है और ऐसा Dhoni की कप्तानी में भी देखने को मिला।
Dhoni जब भारतीय टीम के कप्तान थे, तब वो आईपीएल ने सीएसके के भी कप्तानी करते थे। हालांकि, अभी भी Dhoni सीएसके के कप्तान हैं।
अब जब भी भारतीय टीम में किसी चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी को मौका मिलता था तो फैंस इसके लिए ‘सीएसके कोटा’ शब्द का इस्तेमाल करते थे। जब जब Dhoni ने रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन को बैक किया तो फैंस ने ‘सीएसके कोटा’ शब्द कहकर Dhoni की काफी आलोचना की थी।
नंबर 5: धोनी की टुक-टुक बल्लेबाजी यानी धीमी बल्लेबाजी
मैच के दौरान डैथ ओवर में अगर MS Dhoni मैदान पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो फैंस की ये उम्मीद होती है कि Dhoni अपने बल्ले से चौके और छक्के की बरसात करेंगे जिसके लिए वो जाने जाते हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में Dhoni का खेल काफी बदल गया था।
Dhoni खेल को आखिरी ओवर तक ले जाने के चक्कर में एक-दो रन से काम चलाते थे जो फैंस को पसंद नहीं आता था। यहां तक की विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में भी Dhoni ने काफी धीमी बल्लेबाजी की थी और यही वजह थी कि Dhoni को भारतीय फैंस की नफरत का सामना करना पड़ा था।
Dhoni के रन आऊट होते ही टीम इंडिया विश्व कप की रेस से बाहर हो गई और फैंस ने Dhoni की स्लो बैटिंग के लिए उन्हें काफी ट्रोल किया था।
यहां तक की आईपीएल 2020 में भी Dhoni ने काफी धीमी बल्लेबाजी की थी और जब सीएसके प्ले ऑफ में नहीं पहुंच पाई तो फैंस ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया था।
तो देखा आपने ये थे वो पांच कारण जिसकी वजह से भारतीय फैंस महेंद्र सिंह Dhoni के आलोचक बन गए। हालांकि, Dhoni अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।