उत्तर प्रदेश सरकार की खेल पॉलिसी पर गिरीश यादव नें की विस्तार से चर्चा
क्रीड़ा भारती सरकार के साथ मिल कर छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है : क्रीड़ा भारती यूपी अध्यक्ष अवनीश सिंह.
खेल महाकुंभ संवाद संगम के समापन दिवस पर ओलंपिक 2036 में भारत के पारंपरिक खेलों को शामिल करने का लिया गया संकल्प.
8 दिवसीय खेल महाकुंभ में पूरे देश के 800 से ज्यादा युवा एथलीटों नें लिया भाग.
13 फरवरी, प्रयागराज. 6 फरवरी से शुरू हुये 8 दिवसीय खेल महाकुंभ संवाद संगम का समापन हो गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के खेल मंत्री श्री गिरीश यादव जी मौजूद रहे. समापन सत्र को संबोधित करते हुए खेल एवं युवा कल्याण मंत्री नें कहा कि यूपी सरकार खिलाड़ियों के उत्थान के लिये प्रतिबद्ध है, हम एक तरफ तमाम खेलों की आधारभूत संरचना को मजबूत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ खिलाड़ियों के पोषण का, खिलाड़ियों के आर्थिक पक्ष का और सामाजिक स्वीकार्यता का भी ध्यान रख रहे हैं, हमारी सरकार मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी और आर्थिक सहयोग दे रही है. ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने के लिये उनके गांव में ही खेल मैदान बनाया जा रहा है. मैं क्रीड़ा भारती और टीवाईसी की इस पहल की सराहना करता हूं कि उन्होंनें खिलाड़ियों, खेल प्रशासकों और खेल से जुड़ी संस्थाओं, राजनेताओं को एक मंच पर लाकर भारत के पारंपरिक खेलों को आगे बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की.
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक क्रीड़ा भारती उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री अवनीश सिंह जी नें आखिरी दिन पारंपरिक खेलों को सरकार के साथ मिलकर आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराते हुये कहा कि क्रीड़ा भारती ग्रामीण परिवेश से होनहार खिलाड़ियों और सरकार के बीच में मजबूत सेतु का काम हमेशा करती रहेगी. हमारी कोशिश है कि भारत की पहचान भारत के अपने पारंपरिक खेलों से हो. मुझे ये बताते हुये गर्व हो रहा है कि केंद्र में आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार और प्रदेश में आदरणीय श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार खेल और खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य के लिये जी जान से जुटी हुई है.
दिग्गज खिलाड़ियों, राजनेताओं और खेल प्रशासकों नें लिया भाग :
भारत के पारंपरिक खेलों के प्रति समर्पित संस्था क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित खेल महाकुंभ में पारंपरिक खेलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के विचार विमर्श में अब तक मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन बीरेन, पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी, प्रसिद्ध एथलीट श्री योगेश्वर दत्त, खेल रत्न दीपा कर्माकर जी, पद्मश्री पैरालंपिक दीपा मलिक जी, कोच विश्वेश्वर नंदी जी, इंटरनेशनल रेसलर संग्राम सिंह जी, विश्व चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम जी, पर्वतारोही नरेंद्र यादव जी, खेल प्रशासक स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के डीडीजी मयंक श्रीवास्तव जी, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की संयुक्त सचिव डॉ अलकनंदा जी समेत धर्मगुरुओं, फिटनेस मंत्र बताने वाले डॉक्टरों, क्रीड़ा भारती के देश भर से आये पदाधिकारियों और नीति निर्धारकों नें हिस्सा लिया. ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन की तरफ से 200 से ज्यादा कोच की ट्रेनिंग और खिलाड़ियों की वैज्ञानिक तरीके से फिटनेस चैक कराई गई.
8 दिवसीय खेल महाकुंभ में हुये खेलों की विस्तार से जानकारी, जिसमें बालक और बालिका वर्ग में विजेता को 51 हजार की राशि और उपविजेता को 25 हजार की राशि और अन्य पारितोषिक मिले:
6, 7 और 8 फरवरी : कबड्डी गौरव दल और कबड्डी शक्ति सेना.
8 और 9 फरवरी : मल्लखंब सम्राट और मल्लखंब रानी.
8 और 9 फरवरी : कुश्ती केसरी और कुश्ती महारानी.
10, 11 और 12 फरवरी : तीरंदाजी ( धनुष सम्राट और धनुष साम्राज्ञी).
10, 11 और 12 फरवरी : खो-खो वीर और खो-खो वीरा.
9, 10 और 11 फरवरी : कलियारीपट्टू.
इन सभी प्रतियोगिताओं में यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, बिहार,हरियाणा समेत पूरे देश के कुल मिलाकर लगभग 800 खिलाड़ियों नें भाग लिया. इन मुख्य खेलों के अलावा अन्य पारंपरिक खेल रस्साकशी, पिड्डू, रूमालपकड़ जैसे खेल भी हुये.