वैसे तो Cricket को ‘जेंटलमैन गेम’ कहा जाता है लेकिन कभी कभी खिलाड़ी अपने व्यवहार से कुछ ऐसा कांड कर जाते हैं, जिसको लेकर सोचना पड़ जाता है। Cricket ki jankari aur cricket match ki ladai ke baare mein janiye.
Cricket Fight. आज के इस लेख में हम आपको Cricket ki jankari के कुछ ऐसे झगड़ों के बारे में बताएंगे जिसकी चर्चा अक्सर होती है।
ये घटना साल 1981 की है जब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज डेनिस लिली और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद के बीच विवाद हुआ था। साल 1981 में पाकिस्तान टीम के ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी।
उस समय पर्थ टेस्ट के दौरान मियांदाद ने लिली की गेंद पर सिंगल लेने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही वो रन लेने के लिए दौड़े लिली से टकरा गए। मियांदाद का कहना था कि लिली ने उन्हें धक्का दिया था। नौबत यहां तक आ गई कि मियांदाद ने लिली को मारने के लिए बैट तक उठा लिया था।
बाद में अंपायर टोनी क्रॉफ्टर ने बीच-बचाव कर मामले को ठंडा कर दिया ।
Cricket Ki Jankari: Cricket Match Ki Ladai
इशांत शर्मा बनाम कामरान अकमल, 2012
भारत और पाकिस्तान जब भी मैदान पर मैच खेलने के लिए उतरते हैं तो मानों ऐसा लगता है कि वो मैदान पर नहीं LOC हैं। इस दौरान फैंस भी ऐसे पेश आते हैं, जैसे वो मैच देखने नहीं युद्ध लड़ने आए हों। अब जब फैंस के अंदर इतना जोश हो तो खिलाड़ी कहां पीछे रह सकते हैं।
ऐसे ही एक घटना है साल 2012 की जब एक टी20 मैच के दौरान इशांत शर्मा और पाकिस्तानी क्रिकेटर कामरान अकमल आपस में भिड़ गए थे। दरअसल, इशांत शर्मा द्वारा फेंकी गई नो बॉल पर आउट होने से बचने के बाद कामरान अकमल ने इशांत शर्मा पर कोई कमेंट कर दिया।
इसके बाद अगली ही गेंद पर इशांत शर्मा ने उन्हे चकमा दे दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। अगर अंपायर और युवराज सिंह बीच में नहीं आते तो दोनों खिलाड़ियों के बीच हाथापाई भी हो सकती थी।
हरभजन सिंह बनाम शोएब अख्तर, 2010
साल 2010 में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जा रहा था जिसमें भारत को जीत के लिए 7 बॉल में 7 रन की दरकार थी। इसके बाद शोएब अख्तर ने भज्जी को परेशान करने वाली गेंद डाली और इसके बाद ये दोनो खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। फिर अगले ही ओवर में भज्जी ने मोहम्म्द आमिर की बॉल पर छक्का जड़कर भारत को जीत दिला दी।
गौतम गंभीर बनाम कामरान अकमल, 2010
एशिया कप 2010 में कामरान अकमल और गौतम गंभीर के बीच जबदस्त बहस देखने को मिली थी। दरअसल, क्रीज पर बैटिंग कर रहे गौतम गंभीर के खिलाफ कामरान अकमल लगातार फर्जी आउट अपील कर रहे थे और गंभीर को परेशान कर रहे थे।
जब पानी सर से ऊपर चला गया तो गंभीर ने कामरान अकमल को जमकर लताड़ दिया। इसके बाद दोनों के बीच काफी बहस हुई। फिर धोनी ने बीच में आकर मामले को रफा दफा किया।
गौतम गंभीर बनाम शाहिद अफरीदी, 2007
साल 2007 में गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच भी काफी नोक झोंक हुई थी। मैच के दौरान रन लेने के लिए दौड़ रहे गंभीर अफरीदी से टकरा गए। इसके बाद दोनों के बीच जमकर गाली गलौच हुई। इस मामले को अंपायर ने रोकने की कोशिश की लेकिन दोनों खिलाड़ी नहीं माने। फिर मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया गया था।
वीरेंद्र सहवाग बनाम शोएब अख्तर, 2003
अब क्रिकेट में होने वाले झगड़े की बात हो और इसमें वीरेंद्र सहवाग का जिक्र ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। विश्व कप 2003 में शोएब अख्तर लगातार वीरेंद्र सहवाग को बाउंसर फेंके जा रहे थे। तंग आकर सहवाग शोएब के पास गए और बोले, ‘ वो नॉन स्ट्राइकर पर तेरा बाप खड़ा है, ये बॉल उसको डाल का दिखा’।
इसके बाद शोएब ने जैसे ही सचिन तेंदुलकर को बाउंसर डाले तो सचिन ने उनकी गेंद पर छक्का जड़ दिया। इसके बाद सहवाब एक बार फिर शोएब अख्तर के पास गए और बोले ‘बाप बाप होता है और बेटा बेटा होता है’ और तब से लेकर अब तक ये डायलॉग आज भी चर्चा में रहता है।
वेंकटेश प्रसाद बनाम आमिर सुहैल, 1996
1996 के विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान को रन चेज करना था। इस मैच में आमिर सुहैल ने वेंकटेश प्रसाद की गेंद पर कई चौके जड़ने के बाद उन्हें कहा कि जाओ बॉल फेंको। इसके बाद दोनों के बीच जमकर गर्मा गर्मी हुई। अमीर सुहैल की बल्लेबाजी ज्यादा देर तक नहीं चल पाई। अपनी खतरनाक बॉलिंग से वेंकटेश प्रसाद ने आमिर सुहैल का स्टंप उड़ा दिया।
किरन मोरे बनाम जावेद मियांदाद, 1992
विश्व कप के लीग मैच के दौरान भारतीय विकेटकीपर बार बार जावेद मियांदाद के खिलाफ आउट के लिए अपील किए जा रहे थे। इसके बाद जावेद मियांदाद को काफी गुस्सा आ गया। इसके बाद मियांदाद ने गेंद फेंक रहे बॉलर को रोका और किरण मोरे की तरफ देखकर कुछ कमेंट किया।
फिर जावेद मियांदाद ने किरण मोरे को चिढ़ाते हुए तीन बार हवा में उछलकर दिखाया। ये किस्सा आज भी लोग यूट्यूब पर देखते हैं।
कपिल देव बनाम माजिद खान खान, 1978
साल 1978 में एक टेस्ट मैच के दौरान भारतीय टीम, पाकिस्तान की टीम को 25 ओवर में 125 रन बनाने से रोकना चाहती थी। भारतीय गेंदबाज कपिल देव लगातार माजिद खान को लेग साइड पर गेंद फेंक रहे थे ताकि वो शॉट ना मार सके।
काफी देर के बाद गुस्से में आकर माजिद खान ने लेग स्टंप उखाड़कर दूर लगा दिया और कहा कि अब बॉलिंग करो। इस बात पर कपिल देव और माजिद खान के बीच काफी बहस हुई थी।