नई दिल्ली, 17 दिसंबर: तीसरी राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप का रंगारंग शुभारम्भ आज ताल कटोरा स्टेडियम में नेशनल कराटे फेडरेशन और फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PEFI) द्वारा किया गया
इस उद्घाटन समारोह में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। डॉ. राकेश मिश्रा, अध्यक्ष, पं. गणेश प्रसाद मिश्रा सेवा न्यास, मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उनके साथ सेंसेई एयाल नीर, विश्व चैंपियन (2019), ITKF ग्लोबल, डॉ. पीयूष जैन, राष्ट्रीय सचिव, (PEFI), और मनोज मिश्रा, अध्यक्ष, नेशनल कराटे फेडरेशन ने उद्घाटन की शोभा बढ़ाई.
इस राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 20 राज्यों से आए 1000 से अधिक कराटे खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। खिलाड़ी विभिन्न आयु वर्गों में, बालक और बालिका दोनों श्रेणियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे यह आयोजन न केवल खेल भावना को बढ़ावा देने का माध्यम है, बल्कि कराटे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का एक शानदार अवसर भी प्रदान कर रहा है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. राकेश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा “कराटे केवल एक खेल नहीं है, यह जीवन जीने की एक कला है। यह शारीरिक और मानसिक विकास का एक सशक्त माध्यम है। आज यह जापानी मार्शल आर्ट के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसकी जड़ें भारत की प्राचीन मार्शल आर्ट ‘कलारीपयट्टू’ में हैं। हमें कराटे और अन्य मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा देना चाहिए। खिलाड़ियों को अपनी पूरी मेहनत और लगन से प्रदर्शन करना चाहिए और परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए।”
सेंसेई एयाल नीर ने भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा, “मैं भारत में कराटे के विकास को देखकर अभिभूत हूं। यहां खिलाड़ियों में अनुशासन और जुनून की अद्भुत झलक है। नेशनल कराटे फेडरेशन और PEFI ने जो प्रयास किए हैं, वे सराहनीय हैं। कराटे का भविष्य भारत में उज्ज्वल है, और मैं यहां बार-बार आना चाहूंगा।”
डॉ. पीयूष जैन, राष्ट्रीय सचिव, PEFI, ने कहा, “PEFI का मुख्य उद्देश्य खेल और शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देना है। हमारा यह प्रयास है कि खेलों को समाज में एक सम्मानजनक स्थान मिले और युवा पीढ़ी खेलों के माध्यम से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बने।”
उन्होंने कहा, “यह राष्ट्रीय चैंपियनशिप एक ऐसा मंच है जो हमारे खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने, सीखने, और खुद को निखारने का अवसर प्रदान करता है। यह आयोजन पूरे कराटे समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह खेल की जड़ों को मजबूत करता है और खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने के लिए प्रेरित करता है।”
श्री मनोज मिश्रा, अध्यक्ष, नेशनल कराटे फेडरेशन, ने कहा “हमारा उद्देश्य कराटे को न केवल शहरों में, बल्कि देश के हर कोने में लोकप्रिय बनाना है। यह चैंपियनशिप खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकने का अवसर प्रदान करेगी।”
तीसरी राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप 18 तारीख तक चलेगी। इस दौरान विभिन्न आयु वर्गों में खिलाड़ियों के बीच मुकाबले होंगे। विजेताओं को समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल खेल की भावना को बढ़ावा देने का माध्यम है, बल्कि भारत में कराटे खेल को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में एक अहम प्रयास है।
इस अवसर पर पेफी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरदेव सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी दिनेश गौड़, पुनीत आर्य, डॉ. रमनदीप कौर, योगेश कुमार, पंकज कुमार, अमित चौहान, नरेश तोमर, बब्बू मान सहित बड़ी संख्या में कराटे प्रेमी मोजूद रहे.